राष्ट्र ने 16 नवंबर को अपना पहला ऑडिट दिवस मनाया

ऑडिट दिवस (Audit Diwas) भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General – CAG) की संस्था की ऐतिहासिक उत्पत्ति और पिछले कई वर्षों में शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही में इसके योगदान को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। वर्तमान में, जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व उपराज्यपाल जी सी मुर्मू (G. C. Murmu) भारत के सीएजी के रूप में कार्यरत हैं। वह भारत के 14वें सीएजी हैं। उनका कार्यकाल अगस्त 2020 में शुरू हुआ था।
सीएजी के बारे में:
CAG भारत में संवैधानिक प्राधिकरण है। यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 148 के अनुसार स्थापित किया गया था। सीएजी को केंद्र और राज्य सरकारों की सभी प्राप्तियों और व्ययों की लेखापरीक्षा करने का अधिकार है। CAG सरकार के स्वामित्व वाले निगमों का वैधानिक लेखा परीक्षक है। यह उन सरकारी कंपनियों का पूरक ऑडिट करता है, जहां सरकार की हिस्सेदारी 51 फीसदी है।
सीएजी की रिपोर्ट:
सीएजी की रिपोर्ट संसद या विधानमंडल के समक्ष रखी जाती है। उन्हें लोक लेखा समितियों (Public Accounts Committees – PACs) और सार्वजनिक उपक्रम समितियों (Committees on Public Undertakings – COPUs) द्वारा चर्चा के लिए लिया जा रहा है। पीएसी और सीओपीयू संसद और राज्य विधानसभाओं में विशेष समितियां हैं।
कश्मीर : 149 साल पुरानी ‘दरबार मूव’ परंपरा खत्म

जम्मू-कश्मीर में 149 साल पुरानी ‘दरबार मूव’ परंपरा खत्म होने से जम्मू के कारोबारी नाराज हो गए हैं। जम्मू को अपना दूसरा घर बनाने वाले कश्मीरी कर्मचारी भी निराश हैं। दरअसल, प्रशासन ने 3 दर्जन से ज्यादा विभागों के कार्यालयों के अभिलेखों का डिजिटलीकरण पूरा होने के बाद जून 2021 में दरबार मूव के लिए कर्मचारियों के नाम अलॉट आवास के आवंटन रद्द कर दिए थे। साल में दो बार होने वाले दरबार मूव से 10 हजार कर्मचारी आवास बदलते थे। उन्हें 25 हजार का भत्ता दिया जाता था।
सरकार का दावा- इससे 200 करोड़ रुपए बचेंगे
प्रशासन का दावा है कि दरबार मूव बंद करने से सालाना 150-200 करोड़ रु. की बचत होगी। हर साल नवंबर के पहले सप्ताह में सिविल सचिवालय की ओर जाने वाली जम्मू की सड़कों की मरम्मत होती थी। खराब ट्रैफिक सिग्नल सुधारे जाते थे। सैकड़ों कार्यालय परिसरों को सजाया जाता था।
4 बार टालने के बाद अब सिफारिश, देश के पहले समलैंगिक जज बन सकते हैं सौरभ कृपाल.

देश को पहला समलैंगिक जज मिल सकता है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वरिष्ठ वकील सौरभ कृपाल को दिल्ली हाईकोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने यह सिफारिश की है। यह खुले तौर पर खुद को समलैंगिक स्वीकार कर चुके न्यायिक क्षेत्र के किसी व्यक्ति को जज बनाने की सिफारिश का पहला मामला है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 4 बार हाईकोर्ट की सिफारिश खारिज की थी। तब केंद्र ने भी कृपाल के विदेशी पुरुष साथी को लेकर सुरक्षा संबंधी चिंता जाहिर की थी।
बालिका स्कूल कैटेगरी में एमजीडी देश भर में 9 वें और को एजुकेशन कैटेगरी में एस एम एस स्कूल 33 वे स्थान पर

एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया ने 15वीं एजुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग सर्वेक्षण 2021-22 (भाग-1) जारी किया। बेंगलुरू में घोषित रैकिंग में जयपुर के कई स्कूल टॉप 100 में आए। निजी स्कूलों की रैंकिंग 4 श्रेणियों जारी हुई। को-एजुकेशन, बालिका स्कूल, बालक स्कूल और डे बोर्डिंग हैं। सीफॉर के सीईओ प्रेमचंद पालेती ने कहा WISR ने 2021-22 में 28 शहरों में 11458 लोगों का सर्वे किया। इसमें प्रिंसिपल, शिक्षक, शिक्षाविद, सामाजिक आर्थिक वर्ग, अभिभावक, विद्यार्थी थे। देश के बड़े 3 हजार निजी और सरकारी स्कूलों के बारे में 14 मापदंडों पर सवाल-जवाब किया गया।
बालिका स्कूल: राजमाता कृष्णा कुमारी गर्ल्स पब्लिक स्कूल जोधपुर देशभर में 4वें स्थान पर।
बालिका स्कूलः एमजीडी गर्ल्स स्कूल देशभर में 9वें स्थान पर।
डे बोर्डिंग: नीरजा मोदी स्कूल जयपुर देशभर में 7वें स्थान पर।
बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे का 99 की उम्र में निधन

ख्यात लेखक, इतिहासकार, रंगमंच व्यक्तित्व और पद्म विभूषण बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे का सोमवार को निधन हो गया। वे 99 वर्ष के थे। उन्होंने छत्रपति शिवाजी पर कई निबंध और कहानियां लिखीं, जो बाद में ‘थिनाग्य’ (स्पार्क्स) नामक पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुईं। शिवाजी के जीवन पर आधारित नाटक ‘जाणता राजा’ के निर्देशन ने उन्हें लोकप्रिय बनाया।
हिंदी की मशहूर लेखिका मन्नु भंडारी नहीं रही

‘महाभोज’ और ‘आपका बंटी’ जैसी रचनाओं की लेखिका मन्नु भंडारी (90) का निधन हो गया। वह करीब 10 दिन से बीमार थी। उन्होंने हरियाणा के गुरुग्राम में अंतिम सांस ली। उनके निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर है।
राज्यपाल को ‘ स्वातंत्र्य समर के अमर बलिदानी’ पुस्तक की प्रथम प्रति भेंट

राजभवन में सोमवार को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र को पवन कुमार द्वारा लिखित स्वातंत्र्य समर के अमर बलिदानी की प्रथम प्रति भेंट की गई। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता संघर्ष में अहिंसात्मक आंदोलन के साथ-साथ क्रांतिकारियों का प्रबल प्रवाह था। छोटे-छोटे दलों में सक्रिय क्रांतिकारियों ने आजादी की अलख जगाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर सांसद रामचरण बोहरा, जसकौर मीणा, जनरल (रिटा.) विशम्भर सिंह, भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। इसी प्रकार राज्यपाल कलराज मिश्र ने विचारक पं.दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और विचारों पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की पं. दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ द्वारा प्रकाशित 17 पुस्तकों का लोकार्पण भी किया।
28 जनवरी से हाइब्रिड मोड पर होगा जेएलएफ, 15 स्पीकर्स की लिस्ट जारी

साहित्य का महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 28 जनवरी से 6 फरवरी के दौरान होगा। ऑन ग्राउंड फेस्टिवल होटल क्लार्क्स आमेर में होगा, जो कि 28 जनवरी से 1 फरवरी तक होगा। वर्चुअल संस्करण 28 जनवरी से 6 फरवरी तक होगा। इस तरह 10 दिवसीय फेस्टिवल इस बार ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में होगा। हाइब्रिड वर्जन के कारण बड़ी संख्या में श्रोता अब की बार जेएलएफ का लुत्फ उठा सकेंगे। फेस्टिवल में प्रमुख भारतीय भाषाओं के अलावा अनेक विदेशी भाषाएं किताबों के माध्यम लिट फेस्ट में सुनने को मिलेंगी। 250 वक्ताओं के साथ ये प्रोग्राम300 घंटों तक चलेगा। जयपुर बुकमार्क के 9वें संस्करण का भी आगाज किया जाएगा। ऑनलाइन संस्करण का रजिस्ट्रेशन सबके लिए मुफ्त होगा। फेस्टिवल का ऑन ग्राउंड रजिस्ट्रेशन प्रतिदिन200 रुपए में होगा।
अरुंधति व थरूर के होंगे सेशन
पहली सूची के 15 वक्ताओं में शामिल हैं भारतीय कवयित्री अरुंधति सुब्रमनियम, सर गंगाराम हॉस्पिटल में वैस्कुलर केथ लैब के डायरेक्टर डॉ. अम्बरीश सात्विक, इतिहासकार बीएन स्वामी, पुर्तगाली राजनीतिज्ञ ब्रूनो मार्केज, वाइकिंग युग के विशेषज्ञ डॉ. कैट जर्मन, उपन्यास द प्रॉमिस के लिए 2021 का बुकर प्राइज जीतने वाले डेमों गेल्गुट, ऑस्ट्रलियाई लेखक डीबीसी पिएरे, भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक फार्रुख डोंडी, नेशनल बुक अवार्ड विजेता जोनाथन फ्रेंजें, कलकत्ता और द जैपनिस वाइफ किताब के लेखक कुणाल बासु, अकादमिक की लेखिका मुकुलिका बनर्जी, लेखक व राजनीतिज्ञ डॉ. शशि थरूर, लेखिका शिवानी सिब्बल, इतिहासकार त्रिपुरदमन सिंह और इतिहासकार विक्रम संपत शामिल होंगे।
पूर्व अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी तेजराज बने हैंडबॉल फेडरेशन के महासचिव

महाराणा प्रताप अवार्डी व 1995 में कॉमनवेल्थ यूथ चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हैंडबॉल टीम के कप्तान रहे जयपुर के डॉ. तेजराज सिंह खंगारोत हैंडबॉल फैडरेशन ऑफ इंडिया (एचएफआई) के महासचिव चुने गये। पिछले डेढ़ दशक से वे स्पोर्ट्स काउंसिल में पीआरओ हैं।
साधारण सभा की बैठक में भारतीय ओलिंपिक संघ के पर्यवेक्षक अभिजीत सरकार मौजूद थे। उपाध्यक्ष पद पर उत्तराखंड के डॉ डी.के. सिंह व दमन दीव के हिमानिया सिंह, वरिष्ठ संयुक्त सचिव के पद पर हरियाणा के डॉ. जुगमिंदर सिंह, संयुक्त सचिव पद पर छत्तीसगढ़ के समीर खान व दमन दीव की स्वाति शुक्ला और कार्यकारिणी सदस्य के पद पर डा. आनंदेश्वर पांडे का निर्वाचन हुआ।
देवनारायण आवासीय योजना 300 करोड़ रु. की लागत से कोटा में बन रही पशुपालकों की पहली कॉलोनी

पशुपालकों के लिए प्रदेश की पहली योजना देवनारायण आवासीय योजना का काम 90% पूरा हो चुका है । पशुपालकों को प्राकृतिक माहौल के बीच सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने और उनके जीवन स्तर में परिवर्तन करने के लिए ये कॉलोनी तैयार की गई है। यूआईटी सचिव राजेश जोशी ने बताया कि कोटा को पशुओं से मुक्त और पशुपालकों के जीवन स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से बनाई गई देवनारायण योजना का कार्य अब अंतिम दौर में है। इस प्रशासन योजना पर कुल 300 करोड़ का बजट खर्च हुआ है।
105 हैक्टेयर में बनी है कॉलोनी, हर घर में पशुओं के लिए शेड
यूआईटी के विशेष विशेषाधिकारी आरडी मीणा ने बताया कि धर्मपुरा और बंधा की 105.09 हैक्टेयर भूमि पर पूरी कॉलोनी बनाई गई है। इसमें 738 आवासीय भूखण्ड 35×90 फीट के हैं और 380 आवास 35×70 फीट के हैं। लगभग 40 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 2 कमरे, रसोईघर, शौचालय, स्नानघर, बरामदा एवं स्टोर है। हर प्लॉट में शेड है, जिसमें 18 से 28 पशुओं के पालने की क्षमता होगी तालाब, खुला चारागाह, विचरण के लिए जगह भी उपलब्ध है| 15000 पशुओं के रहने की व्यवस्था होगी ।