Thrashing एक ऐसी condition (अवस्था) होती है जिसमें computer system अपने समय का एक बहुत बड़ा हिस्सा paging और swapping के कार्य में लगाता है जिसके कारण जो जरुरी operations  होते है वे बहुत ही कम कर पाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो, “Thrashing एक computer activity होती है जो बहुत कम या कोई भी progress नहीं करती है. आमतौर पर ऐसा इसलिए होता है क्योंकि memory और दूसरे resources खत्म हो जाते हैं या फिर इनकी limit बहुत कम हो जाती है जिससे system अपने जरुरी कार्यों को कर नहीं पाता।”

इस condition के कारण computer की performance बहुत ही कम हो जाती है या फिर समाप्त हो जाती है। यह condition तब तक बनी रहती है जब तक कि यूजर system में run हो रहे applications या programs को close नहीं कर देता. applications को close करने से virtual memory खाली हो जाती है।

Causes Of Thrashing – थ्रेशिंग का कारण

शुरुआत में जब CPU का utilization बहुत कम होता है तब process scheduling की कार्यविधि के कारण memory में एक ही समय में बहुत सारें processes को load कर दिया जाता है जिससे multi-programming की degree बढ़ जाती है। इस स्थिति में हमारे पास memory में उपस्थित frames की तुलना में processes की संख्या ज्यादा होती है. जिसके कारण अगर कोई high priority की process मैमोरी में पहुंचती है तो उसे frames बहुत ही कम मिलते है। इसलिए इसे frames के free होने का इन्तजार करना पड़ता है। और process को पूरा होने में बहुत अधिक समय लगता है. जिससे CPU का performance कम हो जाता है।

Thrashing को Handle करने की Techniques

इसको handle करने की निम्नलिखित तकनीक होती हैं:-

Working Set Model

यह मॉडल locality पर आधारित होता है. locality का अर्थ है कि “ऐसे pages जो हाल ही में use किये गये है उन्हें दुबारा से use किया जा सकता है और ऐसे pages जो इन pages के नजदीक है उन्हें भी use किया जा सकता है।”


Leave a Reply