Swapping एक मेमोरी मैनेजमेंट स्कीम है, यह एक ऐसी तकनीक है जिसमे process को main memory से remove किया जाता है तथा उसे secondary memory में स्टोर किया जाता है. इसका प्रयोग main memory utilization को बेहतर बनाने में किया जाता है. Secondary memory में वह स्थान(एरिया) जहाँ swapped out प्रोसेस स्टोर रहती है उस स्थान को swap space कहते है.

Unitasking ऑपरेटिंग सिस्टम में केवल एक प्रोसेस, मेमोरी के यूजर प्रोग्राम एरिया को occupy करता है और तब तक memory में रहता है जब तक कि प्रोसेस पूरा नही हो जाता. multitasking ऑपरेटिंग सिस्टम में एक ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जब सभी active प्रोसेसेज main memory में accommodate(समायोजित) नही हो सकते तब एक प्रोसेस को main memory से swap out किया जाता है जिससे कि दूसरे प्रोसेस उसमें आ सकें.
इसका उद्देश्य हार्ड डिस्क में उपस्थित डेटा को access करने तथा इसे RAM में लाने के लिए किया जाता है जिससे कि एप्लीकेशन प्रोग्राम इसका प्रयोग कर सकें. याद रखने वाली बात यह है कि swapping का प्रयोग केवल तभी किया जाता है जब डेटा RAM में उपस्थित ना हों.