प्रश्न 01 : अनुच्छेद 358 व 359 में प्रमुख अंतर बताइए।
उत्तर : अनुच्छेद 358
केवल अनुच्छेद-19 से संबधित
आपातकाल में मूलअधिकार स्वतः निलम्बित
केवल बाह्य आपातकाल के समय लागू
मूलअधिकारों का निलंबन- आपातकाल की संपूर्ण अवधि के लिए
अनुच्छेद-19 को पूर्ण रूप से, पूरे देश में निलंबित ।

अनुच्छेद 359
सभी मूलअधिकारों से संबंधित
स्वतः निलंबित नहीं, राष्ट्रपति लागू करता है।
बाह्य व आन्तरिक दोनों आपातकाल में लागू
राष्ट्रपति द्वारा उल्लेख की गई अवधि तक ही
अनुच्छेद 20 व 21 का नहीं, पूरे देश या किसी भाग विशेष में ही लागू

प्रश्न 02 : उच्च न्यायालय की रिट अधिकारिता
उत्तर : अनुच्छेद 226 में उल्लेखित, मूल अधिकारों के प्रवर्तन और किसी अन्य उद्देश्य के लिए उच्च न्यायालय –बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, उत्प्रेरण, प्रतिषेध एवं अधिकार पृच्छा रिटें जारी कर सकता है। यह अधिकार अनन्य न होकर सर्वोच्च न्यायालय के समवर्ती है। यह सर्वोच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार से व्यापक है तथा मूल ढांचे का भाग है।

प्रश्न 03 : सर्वोच्च न्यायालय का परामर्शी क्षेत्राधिकार
उत्तर : संविधान का अनुच्छेद 143 राष्ट्रपति को दो मामलों-
सार्वजनिक महत्व के किसी मसले पर विधिक प्रश्न उठने पर
किसी पूर्व संवैधानिक संधि, समझौते, प्रसंविदा आदि सदन मामलो पर काई विवाद उत्पन्न होने पर उच्चतम न्यायालय से परामर्श लेने का अधिकार देता है। प्रथम मामले में उच्चतम न्यायालय अपना मत देने के लिए बाध्य नहीं है किन्तु दूसरे मामले में मत देने हेतु बाध्य है।

प्रश्न 04 : CAATSA काटसा
उत्तर : काउन्टर अमेरिकन एडवरसरिज थू सेग्शन एक्ट हाल ही में यू.एस.ए. द्वारा बनाया गया कानून है जो रूस, इरान, उत्तर कोरिया के साथ रक्षा, ऊर्जा व अन्य क्षेत्रों में व्यापार को प्रतिबंधित करता है। इस कानून से भारत-रूस व भारत-ईरान संबंध व हिन्द महासागर में भारत की रक्षा क्षमताएं प्रभावित होगी। साथ ही ऊर्जा आयात व निवेश भी प्रभावित होगा।

SUBJECT QUIZ

प्रश्न 05 : त्रिभाषा फार्मूला क्या है?
उत्तर : भाषावाद की संकीर्णता के समाधान हेतु 1967 में राजभाषा संशोधन अधिनियम द्वारा सुझाया गया फार्मूला जिसमें सरकारी सेवाओं में पत्राचार एवं प्रतियोगी परीक्षाएँ हिन्दी, अंग्रेजी व एक अन्य प्रादेशिक भाषा में लिए जाने का प्रावधान था। इसका उद्देश्य भारत के एकीकरण को बल प्रदान करना एवं निरंतर हिन्दी का विकास करना था।

प्रश्न 06 : अधिकार पृच्छा
उत्तर : यह उच्चतम न्यायालय (अनुच्छेद 32) एवं उच्च न्यायालय (अनुच्छेद 226) द्वारा जारी की जा सकने योग्य एक रिट है। इसका शाब्दिक अर्थ ‘प्राधिकृत या वारंट के द्वारा है। न्यायालय किसी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक कार्यालय में दायर अपने दावे की जांच के लिए जारी करता है। अतः यह किसी व्यक्ति द्वारा लोक कार्यालय के अवैध अनाधिकार ग्रहण करने को रोकता है। इसे किसी भी इच्छुक व्यक्ति द्वारा जारी करवाया जा सकता है। पीड़ित व्यक्ति होने की अनिवार्यता नहीं है।

प्रष्न 07 : अभिलेख न्यायालय
उत्तर : उच्चतम एवं उच्च न्यायालय क्रमशः अनुच्छेद 129 एवं 215 के तहत निम्न शक्तियां रखते है
इनके फैसले सार्वकालिक अभिलेख एवं साक्ष्य के रूप में रखे जाएंगे तथा इन पर किसी अन्य अधीनस्थ न्यायालय मे प्रश्न नहीं उठाया जा सकता तथा ये कानूनी संदर्भो में काम लिए जाएंगे।
इनके पास न्यायालय की अवमानना पर दण्डित करने का अधिकार होगा।

प्रश्न 08 : लोक लेखा समिति
उत्तर : सर्वप्रथम 1921 में बनी। ये 22 सदस्यों (15 लोकसभा एवं 7 राज्यसभा) जिनका आनुपातिक प्रतिनिधित्व सिद्धान्त के आधार पर प्रतिवर्ष चुनाव होता है, से मिलकर बनती है। इसका प्रमुख कार्य विनियोग लेखा एवं नियंत्रक महालेखा परीक्षक की लेखा प्रतिवेदन की जांच करना होता है। कोई मंत्री इसका सदस्य नहीं हो सकता तथा इसका अध्यक्ष विपक्ष से होता है।

प्रश्न 09 : लेखानुदान
उत्तर : संविधान ने लोकसभा को अधिकार दिया है कि वह वित्तीय वर्ष में जब तक मांगो एवं अनुदानों पर मतदान एवं विनियोग विधेयक का पारित होना बाकी हो तब तक आवश्यक कार्यों की पूर्ति हेतु विशेष प्रयासों के माध्यम से धन आहरण कर सकती है। इसे लेखानुदान कहा जाता है। चूंकि बजट प्रस्तुत करने की तिथि अब 1 फरवरी कर दी गई है। तो लेखानुदान प्रक्रिया का अभी उपयोग नहीं किया जा रहा ।

CURRENT AFFAIRS

प्रश्न 10 : राष्ट्रपति का निर्वाचक मण्डल
उत्तर : राष्ट्रपति का चुनाव लोगों द्वारा प्रत्यक्ष नहीं होता बल्कि एक निर्वाचक मण्डल द्वारा होता है। निर्वाचक मण्डल में निम्न सदस्य होते है:-
संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य
राज्यों के विधानमण्डलों के निर्वाचित सदस्य
संघ शासित प्रदेशों दिल्ली एवं पुदुच्चेरी के विधानमण्डलों के निर्वाचित सदस्य

प्रश्न 11 : केशवानन्द भारती वाद
उत्तर : केशवानन्द भारती बनाम केरल राज्य वाद में उच्चतम न्यायालय ने 24 अप्रेल 1973 को एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया जिसने संविधान की मूल ढाँचा अवधारणा का निरूपित किया। इसमें फैसला सुनाया कि संसद की संवैधानिक शक्तियाँ इसे संविधान के मूल ढांचे को परिवर्तित या उल्लंघन करने की शक्ति नहीं देती ।

प्रश्न 12 : संविधान संशोधन विधेयक पर टिप्पणी कीजिए।
उत्तर : इस विधेयक की प्रक्रिया अनुच्छेद 368, भाग-20 में वर्णित है। संविधान में संशोधन संसद के किसी भी सदन में यह बिल लाकर शुरू की जा सकती है। विधेयक किसी भी मंत्री या निजी सदस्य द्वारा लाया जा सकता है, राष्ट्रपति की पूर्वानुमति आवश्यक नहीं होती। विधेयक दोनों सदनों द्वारा विशेष बहुमत से पारित होना चाहिए। संयुक्त अधिवेशन का प्रावधान नहीं, यदि विधेयक संघात्मक प्रावधानों में संशोधन की मांग करता है तो इसे आधे राज्यों का अनुसमर्थन मिलना आवश्यक होता
है।

प्रश्न 13 : कॉलेजियम प्रणाली
उत्तर : कॉलेजियम शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग तृतीय जज केस (1998) में हुआ। इसमें निर्णय हुआ की उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश एवं चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों का एक कॉलेजियम राष्ट्रपति को सलाह देगा। यदि दो सदस्य असहमत हो तो राष्ट्रपति सलाह लेने को बाध्य नहीं होगा। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति के मामलों में भारत के मुख्य न्यायाधीश व दो वरिष्ठतम न्यायाधीशों का कॉलेजियम होगा।

प्रश्न 14: ए.पी.टी.ए.
उत्तर : एशिया प्रशान्त व्यापार समझौता (पूर्व में बैंकाक समझौता ; 1975 में हस्ताक्षरित, 2005 में पुनः नामकरण) चीन, भारत, बांग्लादेश, लोओस, मंगोलिया, दक्षिण कोरिया तथा श्रीलंका के मध्य प्राचीनतम अधिमान्य व्यापार समझौता है। हाल ही में भारत ने ए.पी.टी.ए देशों को 3142 मदों पर प्रशुल्क छूट प्रदान की है।

NOTES

प्रश्न 15 : न्यायिक पुनरावलोकन
उत्तर : संविधान में स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं है लेकिन कई अनुच्छेद जैसे 13(2), 32, 131, 132, 133, 134, 135, 136, 226, 256 न्यायपालिका को न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति प्रदान कहते हैं न्यायिक पुनरावलोकन के अन्तर्गत न्यायपालिका के पास केन्द्र एवं राज्य सरकारों के कार्यकारी आदेश एवं विधायी अधिनियमों। कानूनों का परीक्षण करने एवं उनके संविधान का उल्लंघन करने की स्थिति में उन्हें अवैध करार देने की शक्ति होती है।

प्रश्न 16 : अमेरीकी वर्चस्व से आप क्या समझते है?
उत्तर : शीतयुद्धोतर विश्व (1989) में, अमेरिका ने स्वयं को उच्च क्षमता के रूप में स्थापित किया। प्रथम खाड़ी युद्ध (1990-91), अफगानिस्तान युद्ध (2001), इराक आक्रमण (2003); आधारभूत शक्ति के रूप में वैश्विक व्यापार व वित पर प्रभुत्व; सॉफ्ट पॉवर के रूप में सांस्कृतिक प्रभुत्व। यह एक नई विश्व व्यवस्था है जहाँ यू.एस.ए. अकेला निर्विरोध महाशक्ति है।

प्रश्न 17 : इण्डो सोवियत सन्धि 1971
उत्तर : अगस्त 1971 में हस्ताक्षरित शांति, मित्रता व सहयोग की एक संधि। इसमें बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान वाशिंगटन–इस्लामाबाद धुरी को बेअसर करने में मदद की तथा यह भारतीय सम्प्रभुता, प्रादेशिक अखण्डता का महत्वपूर्ण रक्षक था तथा क्षेत्रीय शांति का गारंटर था।

प्रश्न 18 : 125वां संविधान संशोधन विधेयक
उत्तर : सरकार ने छठी अनुसूची क्षेत्रों में 10 स्वायत्त परिषदों की वित्तीय और कार्यकारी शक्तियों को बढ़ाने के लिए(जमीनी स्तर पर लोकतंत्र सुनिश्चित) यह विधेयक पेश किया है।यदि एक स्वायत्त जिले में विभिन्न जनजातियां हैं, तो राज्यपाल जिले को कई स्वायत्त क्षेत्रों में विभाजित कर सकता है और प्रशासन से संबंधित किसी भी मामले की जांच और रिपोर्ट करने के लिए एक आयोग नियुक्त कर सकते है

प्रश्न 19 : लॉजिस्टिक एक्सचेंज मेमोरेन्डम ऑफ एग्रीमेन्ट
उत्तर : यह यू.एस.ए. द्वारा अपने रक्षा सहयोगियों के साथ किए जाने वाले 4 आधारभूत समझौतों में से एक है। अगस्त 2016 में भारत के साथ हस्ताक्षरित किया। यह दोनों देशों की सेनाओं को लॉजिस्टिक उद्देश्यों जैसे पुनः ईंधन भरवाने, मरम्मत, प्रशिक्षण, संयुक्त युद्धाभ्यास, आपदा प्रबंधन, खोज एवं बचाव ऑपरेशन आदि हेतु एक दूसरे के सैनिक बेस का प्रयोग करने की अनुमति है। यह भारत-यू.एस.ए. रक्षा संबंधों को मजबूती प्रदान करता है।

प्रश्न 20 : शेरपा ट्रेक
उत्तर : जी-20 में वार्ता के माध्यमों में से एक (दूसरा एक वितीय ट्रेक) जो विकास उन्मुख मुद्दों जैसे- कृषि, ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद आदि पर ध्यान केन्द्रित करता है प्रत्येक सदस्य देश अपना एक प्रतिनिधि जिसे शेरपा कहा जाता है नियुक्त करता है। जी-20 में भारत के शेरपा 0 शशिकांत दास है।

प्रश्न 21 : आकस्मिक आरक्षित व्यवस्था
उत्तर : यह ब्रिक्स देशों के मध्य 100 बिलियन डॉलर की मुद्रा विनिमय व्यवस्था है जो भुगतान संतुलन के संकट के समय अतिरिक्त विदेशी विनिमय तक पहुंच को बढ़ावा देगा(आई.एम.एफ का अनुपूरक), 2014 में स्थापित फोर्टलेजा शिखर सम्मेलन में, योगदानकर्ता चीन-41 बिलियन डॉलर, भारत-रूस-ब्राजील -18 बिलियन डॉलर, दक्षिण अफ्रीका- 5 बिलियन डॉलर है।

प्रश्न 22 : रोहिंग्या समस्या/संकट
उत्तर : रोहिंग्या म्यांमार के रखाइन प्रांत के मुस्लिम अल्पसंख्यक है। ये अवैध बांग्लादेशी माने जाते है अतः नागरिकता अधिनियम 1982 के तहत इन्हें नागरिकता नहीं दी गई। 2012 के दंगें और 2017 की सैनिक कार्यवाही ने शरणार्थी समस्या, चरमपंथी तत्वों की घुसपैठ आदि उत्पन्न करते हुए निकृष्टतम मानवीय संकट उत्पन्न किया। भारत ने बांग्लादेश देश की स ‘ऑपरेशन इन्सानियत’ शुरू किया।

ONE LINER QUESTION ANSWER

प्रश्न 23 : मिसाल रैकिंग
उत्तर : चिकित्सा विभाग राजस्थान सरकार द्वारा मातृ, नवजात व शिशु स्वास्थ्य सूचकांक, पूर्ण) टीकाकरण कवरेज, मरीजों की संतुष्टि, संस्थागत प्रसवों का प्रतिशत, प्रसव पूर्व जांच का कवरेज, परिवार कल्याण कार्यक्रम, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना आदि मापदण्डों के आधार पर राजकीय अस्पतालों व स्वास्थ्य संस्थानों हेतु जारी जिला स्वास्थ्य रैकिंग जो प्रतिमाह इन संस्थानों मे दवा व जांच की उपलब्धता, चिकित्सक की उपस्थिति आदि की ऑनलाइन मानिटरींग की जाती है।

प्रश्न 24 : मिताली राज
उत्तर : भारतीय महिला क्रिकेटर जो अंतराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में 2000 रन बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी है। अंतराष्ट्रीय महिला क्रिकेट (ODI) में सबसे पहले 6000 रन बनायें। अर्जुन पुरस्कार विजेता, पदम सम्मानित |

प्रश्न 25 : उत्तरदायित्व व जवाबदेहिता के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:-
उत्तरदायित्व
उत्तरदायित्व नैतिक गुण है जिसमें औपचारिक शांति का होना आवश्यक नहीं है।
उत्तरदायित्व का संबधी स्व चेतना से है।
उत्तरदायित्व का संबंध लोकसेवकों की जनता की आकांक्षाओं के प्रति कर्तव्य बोध है।

जवाबदेहिता
जवाबदेहिता का संबंध संगठन में औपचारिक स्थिति से है।
जवाबदेयता बाहरी है जिसकी वस्तुनिष्ठ स्थिति है।
जवाबदेयता लोकसेवकों को उत्तरदायित्व लागू करने की विशिष्ट विधि बताती है।

प्रश्न 26 : मानव संबंध उपागम व व्यवहारवादी उपागम में अन्तर के मुख्य बिन्दु कौनसे हैं?
उत्तर :-
मानव संबंध उपागम
यह उपागम संगठन के अन्तर्गत बनने वाले अनौपचारिक सम्बन्धों पर बल देता है।
यह निर्णय में मूल्यों का समर्थन करता है।
यह व्याख्यात्मक है।

व्यवहारवादी उपागम
यह संगठन के अन्तर्गत कर्मचारी के व्यवहार, विचारशीलता व आन्तरिक मूल्यों पर बल
यह निर्णयन को तथ्य व मूल्यों का योग बताता है।
व्याख्यात्मक व विश्लेषणात्मक दोनों गुण है।

प्रश्न 27 : सूत्र व स्टाफ अभिकरणों मुख्य अन्तर कौनसे है?
उत्तरः –
सूत्र अभिकरण
सरकार के प्राथमिक दायित्वों की पूर्ति
निर्णय लेने, आदेश व निर्देश देने का अधिकार।
आमजन से जुड़ाव
उदाहरण- निदेशालय

स्टाफ अभिकरण
सरकार के द्वितीयक दायित्वों की पूर्ति
अधिकार व नियंत्रण शक्तियां न के बराबर
जनता से प्रत्यक्ष सम्पर्क नहीं
उदाहरण- सचिवालय

प्रश्न 28 : अष्टांगिक योग के तत्वों के नाम लिखिए।
उत्तरः महर्षि पतंजलि ने ‘योगसूत्र’ में योग के आठ तत्वों का उल्लेख किया हैं1. यम 2. नियम 3. आसन 4. प्राणायाम 5. प्रत्याहार 6. धारणा 7. ध्यान 8. समाधि

प्रश्न 29 : बंध एवं मुद्रा के बारे में लिखिए।
उत्तरः ये ऐसे अभ्यास है जिसमें शरीर की कुछ अर्द्ध-स्वैच्छिक और अनैच्छिक मांसपेशियों का नियंत्रण शामिल होता है- लाभ- स्व-नियंत्रण को बढ़ावा।, आन्तरिक अंगों की स्वस्थता।

प्रश्न 30 : अर्जुन पुरस्कार की पात्रता के बारे में लिखिए।
उत्तरः पात्रता की शर्तेः- पिछले चार वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया हो तथा नामांकन के वर्ष उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया हो। खिलाड़ी में नेतृत्व क्षमता, खेलभावना एवं अच्छे अनुशासन के गुण होने चाहिए। उस पर ‘नाड़ा’ और ‘वाड़ा’ से प्रतिबन्ध नहीं लगे हों।

प्रश्न 31 : सांस्कृतिक बुद्धि
उत्तरः सांस्कृतिक प्राचलों (रीति रिवाजों, विश्वासों, अभिवृत्तियों, कला, साहित्य व भाषा में उपलब्धियों) के अनुरूप ढली हुई किसी व्यक्ति की बुद्धि सांस्कृतिक बुद्धि है। स्टनीबर्ग के अनुसार बुद्धि संस्कृति का उत्पाद होती है। गैर पश्चिमी समाजों में समाज केन्द्रित व सामूहिक उन्मुखता पर जबकि पश्चिमी समाजों में निजी उपलब्धियों व व्यक्ति परक उन्मुखता पर अधिक बल दिया जाता है।

प्रश्न 32 : ‘कॉरपोरेट सोशल रेस्पोन्सिबिलिटी’ कानून के तहत किन उपक्रमों को CSR देय है?
उत्तर : कंपनी एक्ट 2013 के तहत् (धारा 135 के अनुसार) वे कंपनियाँ :-
जिनका टर्न ऑवर 1000 करोड़ या अधिक हो।
जिनकी नेटवर्थ 500 करोड़ या अधिक हो।
जिनका पिछले 3 वर्षों का औसत लाभ 5 करोड़ या अधिक हो।
कंपनी के अन्तर्गत CSR कमेटी/ समिति का गठन आदि ।

प्रश्न 33 : मैक्सवेबर की आदर्श प्रकार की नौकरशाही की विभिन्न विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर : ‘आदर्श’ प्रकार की नौकरशाही कार्यों की निरंतरता, पदसोपान, योग्यता आधारित भर्ती, निश्चित पारिश्रमिक, सरकारी संसाधनों पर कार्मिकों का अस्वामित्व, अनामता, निर्वेयक्तिकरण, तटस्थता, ईमानदारी, कार्य-विभाजन, औपचारिकता, लिखित प्रलेख, प्राधिकार की समुचित व्यवस्था, निश्चित नियम आदि है।

प्रश्न 34 : मिनोब्रुक-III कांफ्रेंस पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर : मिनोब्रुक-II कांफ्रेंस का आयोजन 2008 में ‘रोजमेरी ओ लीटी’ के समन्वय से हुआ जिसका faqy ‘The future of public Administration, public Management and public Service Around the world’ था इस कांफ्रेंस में बहुसंगठनात्मक, साझा प्रयास व नेटवर्किंग पर बल दिया गया। इस सम्मेलन में लोकप्रशासन की मानवोत्थान में भूमिका को रेखांकित किया गया।

प्रश्न 35 : मूने व रेले द्वारा दिए गए चार सिद्धांतों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर :
समन्वय
पदसोपान
प्रकार्यान्यकत (श्रम विभाजन)
लाईन व स्टाफ

प्रश्न 36 : ‘3E’ अवधारणा क्या है?
उत्तर : NPM में 3E अवधारणा पर बल दिया गया है जो निम्न प्रकार है:
Efficiency- यह प्रशासन/संगठन में कार्यकुशलता पर बल देता है।
Effectiveness- यह प्रभावशीलता व कार्यों के परिणामों पर बल
Economy- सरकारी कार्यालयों में मितव्ययी संस्कृति पर बल।
आजकल प्रशासन/सरकार में 4E- Ethics पर भी बल दिया जा रहा है।

प्रश्न 37 : NPA व NPM के मध्य मुख्य अंतर को इंगित कीजिए।
उत्तर : NPA

USA के स्थानीय कारकों से उपजी प्रतिक्रिया थी।
यह युवाओं का आन्दोलन माना जाता है।
लोक प्रशासन को प्रगतिशील विज्ञान बनाने को प्रयास किया ।
इसके मुख्य लक्ष्य प्रासंगिकता, मूल्य, समता व परिवर्तन थे।
NPM
वैश्विक सामाजिक, आर्थिक, रानीतिक परिवर्तन के समय उद्भव (LPG)
परिपक्व विद्वानों का आन्दोलन
यह लोक प्रशासन को ‘प्रबंधवाद’ के निकट ले जाना चाहता था।
इसने ‘3E Economy, Efficiency, Effectiveness पर बल दिया।

प्रश्न 38 : “हार्थोन अध्ययन” क्या है?
उत्तर : एल्टन मेयो द्वारा संगठन में मानव संबंधों पर अध्ययन शिकागों के समीप हार्थोन नामक स्थान पर किए। (1924-1932) इन्हें हार्थोन अध्ययन कहा जाता है जिसके निष्कर्ष निम्नलिखित थे
मानव सामाजिक प्राणी है उसे मशीन नहीं समझना चाहिए।
संगठन में तकनीकी पक्ष पर अधिक बल नहीं देना चाहिए।
संगठन में कार्मिक झुंड (रब्बल परिकल्पना) न होकर संगठन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
औपचारिक संगठन में अनौपचारिक संगठन की महता को सिद्ध किया।
आर्थिक अभिप्रेरणा के स्थान पर अनार्थिक अभिप्रेरणा पर बल।

प्रश्न 39 : “विकेन्द्रीकरण प्रत्यायोजन से व्यापक अवधारणा है।” तर्क दीजिए।
उत्तर:
प्रत्यायोजन संगठन की आंतरिक कार्य प्रणाली से संबद्ध है जबकि विकेन्द्रीकरण सरकार, प्रशासन जनता व संगठन की संपूर्ण कार्यप्रणाली से संबद्ध है।
प्रत्यायोजन व्यक्ति से व्यक्ति को किया जाता है विकेन्द्रीकरण संस्था से संस्था को किया जाता है।
प्रत्यायोजन में अधीनस्थ को उच्च निर्णय की पूर्ण स्वतंत्रता नहीं होती है विकेन्द्रीकरण में पूर्ण स्वतंत्रता होती है।
प्रत्यायोजन में नियम-निर्माण की शक्तियों अधीनस्थ को नहीं दी जाती है विकेन्द्रीकरण में अधीनस्था नियम निर्माण में स्थापन्न रहते है। अतः विकेन्द्रीकरण प्रत्यायोजन की तुलना में व्यापक है।

प्रश्न 40 : राजनीति–प्रशासन द्वि विभाजन चरण से आप क्या समझते है?
उत्तर : राजनीति-प्रशासन द्विविभाजन (1887-1926) चरण में वुडरो विलसन ने ‘The Study of Administration’ नामक लेख में राजनीति द्वि-प्रशासन विभाजन पर मुहर लगायी उनका मानना था की “एक संविधान की रचना सरल है किंतु इसे चलाना कठिन है।” इसी क्रम में गुडनाउ ने ‘Politics and Administration’ में उम्र द्विविभाजन का समर्थन किया। उल्लेखनीय यह की इसी चरण में लोकप्रशासन की प्रथम पाठ्यपुस्तक (1926) “Introduction to the study of PA’ की रचना हुई।

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प्रश्न 41 : प्रशासन में परिवर्तन के प्रबंधन की आवश्यकता पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर :
प्रशासन में परिवर्तन का प्रबंध नवाचार व कार्यनिष्पादन को प्रोत्साहित करता है।
यह प्रशासन को जीवंत बनाने व उतरजीविता वृद्धि की कार्य करता है।
संगठन की संरचना व कार्मिकों में सामंजस्य बढ़ाने की कार्य करता है।
प्रशासन की सजाइ परिवेश में सायजल स्थापित करने हेतु आवश्यक है।
प्रशासन में पद, कार्य दयित्व के मध्य उचित समन्वय स्थापित करने हेतु आवश्यक है।

प्रश्न 42 : प्रशासन व प्रबंध के मध्य अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : प्रशासन
प्रशासन व्यापक परिधि युक्त शब्द है।
यह लक्ष्य निर्धारित करता है।
प्रशासन प्रभावी निर्दशन सुनिश्चित करता है।
यह निर्देशन, नेतृत्व व नियंत्रण करता है।
प्रबंध
यह प्रशासन की परिधि में आता है।
निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करता है।
यह प्रभावी कार्यनिष्पादन सुनिश्चित करता है।
इसके अलावा यह महत्वपूर्ण कार्य “समन्वय करता है।

प्रश्न 43 : प्राक्कलन समिति
उत्तर : संसद की स्थाई वित्तीय समिति, सर्वप्रथम 1950 में गठित, सदस्य संख्या-30 सभी लोकसभा से समानुपातिक प्रतिनिधित्व की एकल संक्रमणीय मत प्रणाली से निर्वाचित, कार्यकाल-वर्ष होता है, कोई मंत्री इसका सदसय नहीं हो सकता, कार्य – बजट में सम्मिलित प्राक्कलनों की जांच करना एवं सार्वजनिक व्यय में किफायत के लिए सुझाव देना। वर्तमान में अध्यक्ष– मुरली मनोहर जोशी है।

प्रश्न 44 : सातवीं अनुसूची
उत्तर : संविधान की सातवीं अनुसूची में केन्द्र व राज्यों के मध्य, संघ सूची (आरम्भ में 97, वर्तमान में 100), राज्यसूची (आरम्भ में 66, वर्तमान में 61 विषय) व समवर्ती सूची (आरम्भ में 47, वर्तमान में 52) के माध्यम से शक्तियों का विभाजन किया गया है।
42 वें संविधान संशोधन द्वारा 5 विषय राज्य सूची से हटाकर समवर्ती सूची में शामिल किए गये है।

प्रश्न 45 : विधि द्वारा कब्जे को क्यों सुरक्षित किया जाता है?
उत्तर : निम्नलिखित कारणों से विधि द्वारा कब्जे को सुरक्षित किया जाता है:-
कब्जा मालिकाना हक का प्रथम दृष्ट्या सबूत होता है।
कब्जा शान्ति कायम रखने में सहायक है।
यह अपकृत्यों को नियंत्रित करता है।
कब्जे में किसी हस्तक्षेप को अतिक्रमण माना जाता है, और अतिक्रमण कर्ता को कानूनन दण्डित किया जा सकता है।

प्रश्न 46 : भूमि कितने वर्षों तक के लिए पट्टे या उप-पट्टे पर दी जा सकती है?
उत्तर : खातेदार काश्तकार या खुदकाश्तधारी अपनी भूमि के किसी भाग को शिकमी या काश्त । को केवल 5 वर्ष के लिए पट्टे पर दे सकता है तथा पट्टे की समाप्ति के बाद दो वर्ष पश्चात ही वह भूमि पुनः शिकमी-काश्त के लिए दी जा सकेगी। गैर खातेदार आसामी केवल एक वर्ष के लिए शिकमीकाश्त के लिए भूमि दे सकता है।


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