किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा में प्रयोग किये जाने वाले operators वे संकेत होते हैं जो कि कंप्यूटर कम्पाइलर को गणितीय या लॉजिकल संगणनाएं करने के लिए निर्देश देते है। सी भाषा में भी operator का प्रयोग गणना करने तथा निर्णय लेने के लिए ही किया जाता है। operator का प्रयोग वेरिएबल अथवा संख्याओं के साथ किया जा सकता है।
types of operators (ऑपरेटर्स के प्रकार):-
‘सी’ प्रोग्रामिंग भाषा में operators के निम्नलिखित प्रकार होते है:-
1. Arithmetic Operator (अरिथमेटिक ऑपरेटर)
2. Relational Operator (रिलेशनल ऑपरेटर)
3. Logical Operator (लॉजिकल)
4. Bitwise Operator (बिटवाइज)
5. Assignment Operator (असाइनमेंट)
6. increment & decrement operators (इन्क्रीमेंट तथा डिक्रिमेंट)
7. अन्य ऑपरेटर्स
1. Arithmetic operators (अंकगणितीय ऑपरेटर):-
arithmetic ऑपरेटर्स का प्रयोग आंकिक गणनाओं के लिए किया जाता है। ‘सी’ में arithmetic ऑपरेटर + का प्रयोग जोड़ (addition) के लिए, – का प्रयोग घटाने (substraction) के लिए, * का प्रयोग गुणा (multiply) के लिए, / का प्रयोग भाग (dividation) तथा % का प्रयोग भाग-अवशेष (modulo division) के लिए किया जाता है।

2. Relational operators (रिलेशनल ऑपरेटर):-
जब दो संख्याओं में असमानता अथवा समानता प्रकट करते हुए लिखना होता है तब हम रिलेशनल ऑपरेटर का प्रयोग करते है। ‘सी’ भाषा में प्रयोग होने वाले रिलेशनल ऑपरेटर निम्नवत हैं:-

3. logical operators (लॉजिकल ऑपरेटर्स):-
‘सी’ में लॉजिकल ऑपरेटर का प्रयोग variables में लॉजिकल ऑपरेशन करने के लिए किया जाता है।
operators | Example/Description |
---|---|
&& (logical AND) | (a>6)&&(b<6)यह true दिखाता है यदि दोनों कंडीशन सत्य(true) हो तो। |
|| (logical OR) | (a>=12)||(b>=12)यह true दिखाता है यदि एक कंडीशन सत्य हो तो। |
! (logical NOT) | !((a>6)&&(b<6))यह true return करता है जब conditions satisfy नहीं होती है तो |
4. Assignment operators (असाइनमेंट ऑपरेटर):-
जब किसी वेरिएबल को मान प्रदान किया जाता है, तो असाइनमेंट operator का प्रयोग किया जाता है. ‘सी’ भाषा में यह ऑपरेटर (=) है।
int x = 5;
इस ऑपरेटर के साथ अंकगणितीय ऑपरेटर (+, -, *,/ तथा, %) का प्रयोग करके बहुत छोटे स्टेटमेंट द्वारा वेरिएबल को मान प्रदान किया जा सकता है। जैसे, यदि हमें लिखना है-
Int x = x + 5;
इस स्टेटमेंट को हम इस प्रकार भी लिख सकते हैं।
int x += 5;
5. Bitwise operators (बिटवाइज ऑपरेटर):-
bit लेवल के ऑपरेशन करने के लिए c लैंग्वेज में बिटवाइज ऑपरेटर का प्रयोग किया जाता है।

6. Increment & decrement operators (इन्क्रीमेंट तथा डिक्रिमेंट ऑपरेटर):-
ये ऑपरेटर्स किसी एक operand पर ही कार्य करते हैं। इनको unary operator भी कहते है। जब हमें किसी वेरिएबल में से एक घटाना अथवा एक जोड़ना हो तो हम इन्क्रीमेंट अथवा डिक्रिमेंट ऑपरेटर का प्रयोग करते हैं।
‘सी’ में यह ऑपरेटर ‘–’ और ‘++’ है. इस operator में यह ध्यान रखना चाहिए कि ऑपरेटर वेरिएबल के दायीं ओर प्रयोग करना है अथवा बायीं ओर क्योंकि दिशा बदलने से इनका स्वभाव बदल जाएगा।
a++;
++a;
a–;
–a;
यदि वेरिएबल के बायीं और इस ऑपरेटर का प्रयोग किया जाता है, तो यह पहले वेरिएबल में एक जोड़ता अथवा घटाता है। यदि ऑपरेटर वेरिएबल के दाई ओर प्रयोग किया जाता है, तो यह ऑपरेटर बाद में घटाता अथवा जोड़ता है इसे इस प्रकार समझा जा सकता है मान लेते हैं कि a = 4 और b = 0 है तो-
b = ++a;
इस स्टेटमेंट में पहले a में एक जुड़ने के बाद वह मान b को भी प्रदान हो जाएगा। अब a और b दोनों वेरिएबल्स का मान 5 हो जाएगा।
यदि इस स्टेटमेंट को इस प्रकार लिखते हैं:-
b = a++;
इस स्टेटमेंट में पहले b को वेरिएबल a का मान प्राप्त होगा और उसके बाद a में एक जुड़ेगा । इस प्रकार b का मान 4 और a का मान 5 हो जाएगा।
7. अन्य operators:-
सी भाषा में & ऑपरेटर का प्रयोग किसी भी वेरिएबल के एड्रेस को एक्सेस करने के लिए प्रयुक्त होते है। sizeof ऑपरेटर का प्रयोग वेरिएबल के साइज़ को एक्सेस करने के लिए किया जाता है।