राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया

राज्य सरकार ने राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। मंत्रिमंडल सचिवालय ने इसके आदेश जारी कर दिए। प्रद्युम्न कांग्रेस की दो पूर्व सरकारों में वित्त मंत्री रह चुके हैं और आर्थिक मामलों की उनकी गहरी पकड़ है। कैबिनेट मंत्री के स्तर की समस्त सुविधाएं उन्हें दी जाएंगी। इनमें गाड़ी, बंगला, स्टॉफ, टेलीफोन जैसी सुविधाएं शामिल है।
डॉ. रश्मि सारस्वत को महावीर इंटरनेशनल संस्थान में महिला सशक्तिकरण व बाल विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय निदेशक बनाया

डॉ. रश्मि सारस्वत को महावीर इंटरनेशनल संस्थान में महिला सशक्तिकरण व बाल विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय निदेशक बनाया गया। महावीर इंटरनेशनल के देश में 304 केंद्र हैं। डॉ. रश्मि सारस्वत द्वारा महिलाओं के स्वावलंबन, स्वास्थ्य, सुरक्षा सशक्तिकरण व शिशुओं के लिए बेबी किट, यशोदा परियोजना-गर्भवती महिलाओं के पोषण संबंधी, निःशुल्क सेनेटरी नेपकिन आदि लाभकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जस्टिस दलवीर भंडारी वीर शांति कुमार जैन को अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष व वीर अनिल जैन को महासचिव पद की ऑनलाइन शपथ दिलवाई।
एडब्ल्यूई कार्यक्रम में मिलेगी महिला उद्यमियों को ट्रेनिंग

बनस्थली विद्यापीठ में अटल इन्क्यूबेशन सेंटर ने भारत के सात उत्तरी राज्यों में एकेडमी फॉर वुमन एंटरप्रिन्योर (एडब्ल्यूई) कार्यक्रम के विकास और कार्यान्वयन के लिए उत्तर भारतीय कार्यालय (एनआईओ),अमेरिकी दूतावास के साथ भागीदारी की है। इस पहल का लक्ष्य 7 उत्तर भारतीय राज्यों में 70 महिला उद्यमियों को प्रशिक्षित करना है। एडब्ल्यूई के माध्यम से महिला उद्यमियों को नेटवर्किंग और मेंटरशिप अवसर के साथ एक सुगम उद्यम निर्माण कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
एआईसी बनस्थली के सीईओ अभिषेक पारीक ने बताया कि कोविड स्टार्टअप्स के लिए चुनौतियां लेकर आया है। एआईसी बनस्थली इस 3 महीने के कार्यक्रम के लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमियों से आवेदन आमंत्रित कर रहा है। स्टार्टअप 20 अप्रैल से 2 मई तक अप्लाई कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए www. aicbanasthali.org विजिट करें।
लोकप्रिय विधा ‘डांखळा’ के जनक मोहन आलोक का निधन

राजस्थानी भाषा के लिए संघर्ष की आवाज उठाने वाले कवि एवं लोकप्रिय विधा ‘डांखळा’ के जनक मोहन आलोक का निधन हो गया। वे 80 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। इनका अंतिम संस्कार कोविड-19 नियमों के अनुसार किया गया। वर्ष 1981 में राजस्थान साहित्य अकादेमी (संगम) तथा 1983 में साहित्य अकादमी नई दिल्ली से पुरस्कृत आलोक की अब तक लगभग 15 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं।
अस्मत परवीन संस्कृत व्याकरण आचार्य में गोल्ड मेडल पाने वाली पहली मुस्लिम बनेंगी

मदरसे की उर्दू से लेकर संस्कृत में शिक्षा प्राप्त करने वाली अस्मत परवीन शिरवानी प्रदेश की एकमात्र मुस्लिम युवती बन गई हैं, जिन्हें संस्कृत आचार्य व्याकरण में गोल्ड मेडल के लिए संस्कृत यूनिवर्सिटी ने चुना है। प्रदेश की एकमात्र जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत यूनिवर्सिटी ने 14 लोगों को गोल्ड मेडल देने के लिए सूची जारी की है। इसमें अस्मत का नाम शामिल है। यूनिवर्सिटी ने दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल दिलाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र से इसकी अनुमति भी मांगी है।
इंजीनिटी हेलिकॉप्टर ने लाल ग्रह पर पहली उड़ान भरकर रचा इतिहास

पर्सिवरेंस रोवर के साथ मंगल ग्रह पर भेजे गए इंजीनिटी हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरकर इतिहास रच दिया। लाल ग्रह पर इसकी पहली उड़ान को लेकर दुनियाभर में उत्सुकता का माहौल था। नासा के कई चैनल्स ने इस ऐतिहासिक घटना का लाइव प्रसारण किया। यह पहला मौका है, जब किसी ग्रह पर हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी।
दोपहर करीब 3:45 बजे जैसे ही मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में बने अस्थायी हेलिपेड से इंजीनिटी ने उड़ान भरी, नासा के वैज्ञानिक खुशी से उछल पड़े। कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्सन लैब में उड़ान की लाइव स्ट्रीमिंग पर कई वैज्ञानिकों की निगाहें टिकी थीं। इंजीनिटी ने स्वायत्त रूप से अपनी उड़ान का संचालन किया।
गोडावण संरक्षण के लिए अंडरग्राउंड होंगी विद्युत लाइनें

विलुप्त होने की कगार पर खड़े ग्रेट इंडियन बस्टर्ड यानी गोडावण के संरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अहम निर्देश जारी किए। कोर्ट ने राजस्थान और गुजरात में बिजली के तारों को भूमिगत करने के निर्देश दिए। करंट लगने से गोडावण की मौत के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। कोर्ट ने उच्च स्तरीय समिति का गठन भी किया है। समिति बिजली लाइन भूमिगत करने की प्रक्रिया की व्यवहार्यता की जांच करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी बिजली उत्पादकों और अन्य हितधारकों को समिति की सिफरिशें लागू करनी होंगी। प्रधान न्यायाधीश एस.ए बोबडे, जस्टिस ए.एस. बोपन्ना और जस्टिस वी. राम सुब्रमण्यन की पीठ ने एम.के.रंजीत सिंह और अन्य बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के मामले में यह आदेश पारित किया।
कर्नाटक के प्रसिद्ध गोकर्ण महाबलेश्वर मंदिर को पूर्व जज बी एन श्रीकृष्णा की अध्यक्षता वाली कमेटी संभालेगी

कर्नाटक के प्रसिद्ध गोकर्ण महाबलेश्वर मंदिर का प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी एन श्रीकृष्णा की अध्यक्षता वाली कमेटी संभालेगी। सुप्रीम कोर्ट ने आज दिये अंतरिम आदेश में कहा है कि कमेटी में उत्तर कन्नड़ जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा धार्मिक मामलों के जानकार भी होंगे।
2008 में बीजेपी की येदियुरप्पा सरकार ने मंदिर को उससे सटे रामचंद्रपुरा मठ का हिस्सा करार दिया था। सरकार ने इस आधार पर मठ को मंदिर का ज़िम्मा सौंप दिया था। उससे पहले मंदिर का प्रशासन एक सरकारी कमेटी चला रही थी। 2018 में हाई कोर्ट ने मठ को मंदिर का प्रशासन सौंपने के आदेश को गलत बताया। तब से विवाद सुप्रीम कोर्ट में है।
हाई कोर्ट ने रामचंद्रपुरा मठ से मंदिर का नियंत्रण वापस लेते हुए उत्तर कन्नड़ जिले के डिप्युटी कमिश्नर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। पूर्व सुप्रीम कोर्ट जस्टिस बी एन श्रीकृष्णा को उसका सलाहकार बनाया था। मामला सुप्रीम कोर्ट में आने के बाद हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लग गई थी। मंदिर पर मठ का नियंत्रण बना हुआ था।