अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या 6 लाख के पार

अमेरिका में मौतों का आंकड़ा 5 लाख से 6 लाख तक पहुंचने में 113 दिन का समय लगा है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में 15 जून को कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा 600,000 को पार कर गया।
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (सीडीसी) के अनुसार, अब तक 16.6 करोड़ युवा आबादी को वैक्सीन का कम से कम एक डोज दिया जा चुका है। हालांकि, अब यहां भी वैक्सीनेशन की रफ्तार में कमी आई है। हालांकि, वैक्सीनेशन की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भारी कमी आई है।
मध्य प्रदेश सरकार ने शुरू किया ‘युवा शक्ति, कोरोना मुक्ति अभियान’

इस अभियान की तैयारी के लिए प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा अनुपम रंजन; सचिव, तकनीकी शिक्षा, मुकेश गुप्ता; राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) और यूनिसेफ के राज्य स्तरीय अधिकारियों ने सभी जिलों के प्रमुख कॉलेजों और पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रिंसिपल्स और जिला टीकाकरण अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया है।
इस अभियान की प्रभावी रीयल-टाइम ऑनलाइन निगरानी के लिए एक मोबाइल ऐप भी विकसित किया गया है। इस ऐप के माध्यम से ‘युवा शक्ति, कोरोना मुक्ति’ अभियान की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों और प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
वैश्विक पवन दिवस : 15 जून

पवन ऊर्जा, पवन ऊर्जा के विभिन्न उपयोगों और पवन ऊर्जा दुनिया को बदलने में कैसे मदद कर सकती है, इसके तरीके और संभावनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 15 जून को दुनिया भर में वैश्विक पवन दिवस मनाया जाता है। वैश्विक पवन दिवस को पहली बार 2007 में पवन दिवस के रूप में मनाया गया था। बाद में, 2009 में इसका नाम बदलकर वैश्विक पवन दिवस कर दिया गया। वैश्विक पवन दिवस का आयोजन विंडयूरोप (WindEurope) और ग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल (Global Wind Energy Council – GWEC) द्वारा किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी (International Renewable Energy Agency – IRENA) के अनुसार, पवन ऊर्जा दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते अक्षय ऊर्जा स्रोतों में से एक है। भारत 2021-25 में 20GW पवन क्षमता स्थापित करेगा। पवन ऊर्जा स्वच्छ ऊर्जा का स्रोत है और यह अक्षय है। वर्तमान में, भारत की कुल स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता 38.789 GW है। भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता है।
केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर सब्सिडी बढ़ाई

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने और मैन्युफैक्चरिंग के उद्देश्य से, केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर सब्सिडी बढ़ाकर ईवी निर्माताओं पर बोझ कम करने का फैसला किया है। सरकार के इस कदम का सीधा फायदा उन ग्राहकों को मिलेगा जो एक नया इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन खरीदने वाले हैं।
केंद्र सरकार ने फेम-II नियमों में आंशिक संशोधन किया है, जिसमें इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिये मांग प्रोत्साहन को बढ़ाकर 15,000 रुपए किलोवाट प्रति घंटा करना शामिल है, जो कि पूर्व में बसों के अतिरिक्त सभी इलेक्ट्रिक वाहनों (प्लग-इन हाइब्रिड और स्ट्रोंग हाइब्रिड समेत) के लिये 10,000 रुपए किलोवाट प्रति घंटा था।
Gaza air strikes: इजरायल ने गाजा पर किया हवाई हमला, जानें विस्तार से

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गाजा ने दक्षिणी इजरायल में विस्फोटक से भरे गुब्बारे छोड़े, जिसके बाद संघर्ष विराम तोड़ते हुए इजरायल ने भी हवाई हमले किए. 21 मई को इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति समझौता होने के बाद एक बार फिर से यह हवाई हमले शुरू हो गए हैं।
फिलिस्तीनी मीडिया सेंटर ने बताया है कि इजरायली हमले में गाजा पट्टी में कोई घायल नहीं हुआ है। इजरायली सुरक्षा बल (IDF) ने बयान जारी कर बताया कि उसके लड़ाकू विमानों ने खान यूनिस और गाजा शहर में हमास के उन सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जहां उसके लड़ाके रहते हैं।
95 फीसदी ‘मेड इन इंडिया’ होंगी भारत में बनने वाली पहली तीन पनडुब्बियां

समुद्र में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए भारत को जल्द ही तीन परमाणु हमलावर पनडुब्बियां मिलेंगी. ये तीनों पनडुब्बियां 95 प्रतिशत स्वदेशी होंगी। इसके बाद ऐसी ही तीन और पनडुब्बियां बनाई जाएंगी। सुरक्षा पर कैबिनेट समिति तीन परमाणु पनडुब्बियों के स्वदेशी निर्माण के लिए लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। इन पनडुब्बियों को विशाखापत्तनम में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा बनाया जाएगा। यह परियोजना अरिहंत श्रेणी की परियोजना से अलग है। इस परियोजना के तहत बैलिस्टिक मिसाइलों को लॉन्च करने की क्षमता के साथ छह परमाणु संचालित पनडुब्बियां बनाई जा रही हैं। पहली अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बी कुछ साल पहले चालू की गई थी और दूसरी आईएनएस अरिघाट भी समुद्री परीक्षणों से गुजर रही है। भारत की छह परमाणु हमले वाली पनडुब्बियों सहित 24 पनडुब्बियों के निर्माण की योजना है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में लंबी दूरी पर अपने दुश्मनों पर कड़ी नजर रख सकेंगी।
भारत सरकार ने PMAY-U के तहत 3.61 लाख घरों के निर्माण को दी मंजूरी

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (PMAY-U) के तहत 3.61 लाख घरों के निर्माण के लिए 708 प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार द्वारा 09 जून, 2021 को PMAY-U के तहत केंद्रीय मंजूरी और निगरानी समिति (CSMS) की 54 वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया था। इस बैठक में 13 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों ने भाग लिया था और इन घरों का निर्माण ‘भागीदारी कार्यक्षेत्र में लाभार्थी के नेतृत्व वाले निर्माण और किफायती आवास’ नीति के मुताबिक करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है। इस समिति ने 3.75 लाख घरों वाली परियोजनाओं के संशोधन को भी अपनी मंजूरी दी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी के तहत स्वीकृत घरों की कुल संख्या अब 112.4 लाख हो गई है। अब तक 82.5 लाख घरों के निर्माण का कार्य शुरु किया जा चुका है, जिनमें से 48.31 लाख पूर्ण निर्मित होने के बाद, वितरित किये जा चुके हैं। इस मिशन के तहत कुल निवेश 7.35 लाख करोड़ रुपये है और जिसमें 1.81 लाख करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता भी शामिल है। कुल निवेश में से 96,067 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जा चुकी है। यह भारत सरकार का एक प्रमुख मिशन है जिसे आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। यह मिशन 25 जून, 2015 को लॉन्च किया गया था।
IIT रोपड़ ने बनाया भारत का पहला बिजली मुक्त CPAP उपकरण ‘जीवन वायु’

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, (IIT) रोपड़ ने ‘जीवन वायु (Jivan Vayu)’ नामक एक उपकरण विकसित किया है जिसका उपयोग निरंतर सकारात्मक वायुमार्ग दबाव (CPAP) मशीन के विकल्प के रूप में किया जा सकता है। जीवन वायु 60 लीटर प्रति मिनट (LPM) तक उच्च प्रवाह ऑक्सीजन पहुंचा सकता है। यह मशीन भारत की पहली ऐसी डिवाइस है । जो बिना बिजली के भी काम करती है और अस्पतालों में O2 सिलेंडर और ऑक्सीजन पाइपलाइन जैसी दोनों तरह की ऑक्सीजन जेनरेशन यूनिट पर काम कर सकती है। CPAP थेरेपी स्लीप एपनिया नामक नींद के दौरान सांस लेने में समस्या वाले रोगियों के लिए एक उपचार पद्धति है।
रज महोत्सव – ओडिशा का प्रसिद्ध त्योहार

रज महोत्सव (Raja Parba) ओडिशा में मनाया जाता है। यह 3 दिनों का अनूठा त्योहार है, जिसमें राज्य द्वारा मानसून की शुरुआत और पृथ्वी की नारीत्व का जश्न मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान धरती माता या भूदेवी को मासिक धर्म आता है। चौथा दिन ‘शुद्धिकरण स्नान’ का दिन है। 3 दिनों के दौरान, महिलाएं काम नहीं करती हैं। यह त्योहार केक (पीठों) की किस्मों का पर्याय है। इस प्रकार, ओडिशा पर्यटन विकास निगम (OTDC) ने भी ‘पिठा ऑन व्हील्स (Pitha on Wheels)’ नाम से एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है। ‘पिठा ऑन व्हील्स’ (पहियों पर कियोस्क) पर विभिन्न प्रकार के पीठ जैसे ‘पोड़ा पीठ’, ‘मंडा’, ‘काकरा’, ‘अरिशा’, ‘चकली’ और ‘चंद्रकला’ उपलब्ध कराए गए हैं। पारंपरिक केक बेचने वाले इन वाहनों को भुवनेश्वर, कटक और संबलपुर में रखा गया है।
मुकेश शर्मा बने WHO के तकनीकी सलाहकार समूह के मानद सदस्य

IIT कानपुर की फैकल्टी, मुकेश शर्मा को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वैश्विक वायु प्रदूषण और स्वास्थ्य – तकनीकी सलाहकार समूह (GAPH-TAG) के मानद सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। तकनीकी सलाहकार समूह के सदस्यों को दुनिया भर में चुना जाता है और महानिदेशक, WHO द्वारा नियुक्त किया जाता है। IIT कानपुर में सिविल इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े और वायु गुणवत्ता विशेषज्ञ, शर्मा ने नीतिगत जुड़ाव के साथ कठोर शोध ।
UNSC के लिए चुने गए UAE, ब्राजील, अल्बानिया, गैबॉन, घाना

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 2022-23 की अवधि के लिए अल्बानिया, ब्राजील, गैबॉन, घाना और संयुक्त अरब अमीरात को अस्थायी सदस्य चुना है। निर्विरोध चुने गए सभी देश 1 जनवरी 2022 से अपना कार्यकाल शुरू करेंगे। सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों के लिए चुनाव गुप्त मतदान के माध्यम से होता है और उम्मीदवारों को निर्वाचित होने के लिए महासभा में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है।
भारत, आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे ने 1 जनवरी 2021 से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों के रूप में कार्यकाल शुरू किया था। चुनाव में घाना को 185 वोट मिले जबकि गैबॉन को 183 वोट मिले। संयुक्त अरब अमीरात को 179 और अल्बानिया को 175 वोट मिले। गैबॉन, घाना और संयुक्त अरब अमीरात, अफ्रीकी और एशियाई राज्यों की सीटों से चुने गए। ब्राजील को लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई समूह की सीट से चुना गया है और पूर्वी यूरोपीय समूह की सीट अल्बानिया को गई है।